बुधवार, 18 मार्च 2009

भारत या इंडिया क्या कहे ?

कोलंबस ने हम पर अहसान किया की उसने हमें ढूंढ़ निकला वरना हमारी कोई पहचान ही नही थी। ये शब्द मै कोई भांग के नशे के आधीन होकर नही लिख रहा हूँ। ये एक सच्चाई है जिस कम से कम मेरे जैसे पिछडी सोच वाले लज्जित है की महान सम्राट भारत के नाम पर मेरे देश को नही जाना जाता हर कोई अब इंडिया के नामसे इसे जानता है। हमारी इलेक्ट्रानिक मिडिया ने जोर शोर से नाम उठाया है। टीम इंडिया। क्या कहना, वाह जी वाह बहुत बढ़िया मै न्योछावर हूँ इन पर जिन्होंने मेरे देश को इज्जत बक्षी। पर कोई कुछ भी कहे मै तो अपने देश को भारत ही कहूँगा और जब तक जीवित हूँ कहता रहूँगा । फिर कभी...

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